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ये बरसात की भीगी भीगी रातों में,,,, दिल की सूनसान

ये बरसात की भीगी भीगी रातों में,,,, 
दिल की सूनसान सड़क पर रहता तेरी यादों का पहरा है,
कम्बल नींद आये भी तो कैसे आंखों में तेरा चेहरा बसा है।

सोचा था प्यार ना करेंगे कभी, इस राह में है झमेला बडा,
हम दिल को समझाते ही रहे,ये मुझे दगा दे तेरा हो गया।

दिन के शोर से थक शाम भी मदहोश हो गई है।
ढल गया सूरज तारों की बरसात सजी हम तेरी यादों में खोये खोये तारों को गिनते रहे।

उफ़ ये बरसात की भीगी भीगी रातें,,,,
अल्फ़ाज़ मेरे ✍️🙏🏻🙏🏻

©Ashutosh Mishra
  #Raat 
ये बरसात की भीगी भीगी रातों में दिल की सूनसान सड़क पर रहता तेरी यादों का पहरा है।
 कमबख्त नींद कैसे आए आंखों में बसा तेरा चेहरा है।
सोचा था प्यार ना करेंगे कभी इस राह में बड़ा झमेला है।
हम दिल को समझाते ही रहे ये दंगा देकर तेरा हो गया।
दिन के शोरगुल से तक शाम भी मदहोश हुई,
ढल गया सूरज तारों की बारात सजी हम तेरी यादों में खोये खोये तारों को गिनते रहे।
उफ़ ये बरसात की भीगी भीगी रातें।
ashutoshmishra1014

Ashutosh Mishra

Silver Star
Growing Creator
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#Raat ये बरसात की भीगी भीगी रातों में दिल की सूनसान सड़क पर रहता तेरी यादों का पहरा है। कमबख्त नींद कैसे आए आंखों में बसा तेरा चेहरा है। सोचा था प्यार ना करेंगे कभी इस राह में बड़ा झमेला है। हम दिल को समझाते ही रहे ये दंगा देकर तेरा हो गया। दिन के शोरगुल से तक शाम भी मदहोश हुई, ढल गया सूरज तारों की बारात सजी हम तेरी यादों में खोये खोये तारों को गिनते रहे। उफ़ ये बरसात की भीगी भीगी रातें। #कविता

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