तुम्हें मिली आज़ादी सन् सैंतालिस में, आज जश्न है वही ओ मेरे प्यारे भारत। मिलती रहे आज़ादी मानसिक गुलामों से, फिर मुस्कुराओगे तुम ओ मेरे प्यारे भारत। मिलेगी कब आज़ादी महिला अपमान से? कब वो दुर्दशा स्वयं सुधारेगी ओ मेरे प्यारे भारत। कब मनेगा आज़ादी का जश्न असल में, कब स्वर्णिम भारत स्वर्णिम होगा ओ मेरे प्यारे भारत। सुप्रभात। आप सभी को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ। #मेरेप्यारेभारत #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi