है फैला, तेरा ही जलवा... सरेराह मैं, बिखरा तुझे तकते तकते....... खयाल तो कर कुछ, इक पल मेरा भी तो ज़मी मैं, फलक तू... तुझसे गहरा रिश्ता है ..अब तो ज़मी मैं फलक तू... @मन-की-कही