करते हैं पूरी ये सबकी ख्वाहिशें, अपनी जरूरतों का ज़िक्र नहीं कर पाता, जिम्मेदारियां बहुत है कंधो पर पर बयां ना कर पाता, यूं तो दिल में गहरा है समन्दर पर आंखो में नमी ना लाता! लड़कियों की बिदाई तो सबने देखीं, पर ये भी रहते हैं दूर किसी ने कहा सोची! रिश्ता पिता भाई पति दोस्त सबका निभाया है इसने, सबके सपनों के खातिर ठोकरें खाई हैं इसने! हर हाल में खुश रहने का हुनर है कमाल , हर घड़ी होता हौसला बेमिसाल! #दिव्या #for boys