अभी बस कदम पड़े है जमीं पर अभी अपनी पहचान बांकी है अभी से तुम्हारे पसीने छूट रहे अभी तो बस मेरा पंख खुला है अभी मेरे हौसलों की उड़ान बांकी है ©Deependra jha #AkelaMann #एटीट्यूड #attitide