सब कुछ छोड़कर अब शायरी लिखता हूं, अपने गमों को अपनी आरज़ू लिखता हूं! बड़ी मन्नतों के बाद उसने पाया था मुझे, अब रोज़ उसे भूलने की दुआ लिखता हूं! - Jami Raza #Ab_Shayri_Likhta_Hu ✍️