खाकर जमानें की ठोकरें चलना सीख लिया मैंने। घृणित हवा में प्रेम दीप जलाना सीख लिया मैंने। मर मर के हर रोज जीवन जीना सीख लिया मैंने। खुशियों के लिए दुखो को सहना सीख लिया मैंने। श्रृंगार के लिए खुदको सादगी से सजा लिया मैंने। मन की मन पर जीत के फूलहार पहन लिया मैंने। सच के कलम से झूठ के मेल को कुरेद दिया मैंने। मन के गहरे भावों को नोजोटो पर उकेर दिए मैने। JP lodhi 26/02/2021 ©J P Lodhi. #poetryunplugged #sikhliya #Nojotowriters #Nojotonews #Nojotofilms #Nojotohindi #Poetry