काश मेरा भी मित्र होता👇 काश एक ऐसा मेरा भी मित्र होता, जो दो घूंट चाय मेरे साथ बैठ कभी पीता, मैं भी पीने लगती इस चाय के कड़वे घूंट, कड़वी चाय के दो घूंट मीठी समझ पीता। जाड़ों की सर्द रातों में कुछ पल साथ होता, जलते अलावों के पास थोड़ा सा संग हंस लेता। अलाव की लकड़ियों को हिलाते हुए, वो मेरे साथ चाय की चुस्की लेते हुए यूँ ही मुस्कुराता। जो चुप कभी मैं हो जाती यूँ ही बोलते बोलते, मेरी चुप्पी को अपनी कहानी के शब्द देता। सर्दी में ठिठुरते हुए अपनी आप बीती कहता, जो मैं न कुछ कहती जबरन मेरी भी वो सुनता। काश कोई मुझ संग भी सर्दी की शामों में, गर्म गर्म चाय की चुस्की पे चुस्की लगाता। बिना बात ही वो हंसता और मुस्कुराता, मेरी उदास जिंदगी में दोस्ती का रंग भरता। काश मेरा भी कोई दोस्त मेरे साथ चाय पीता, बिताया हुआ न सही अपना वर्तमान बांटता। ©सखी #gif दो कप चाय #दोकपचाय