अंधेरा रौशनी की चाह नहीं दीये सब बुझा दो। ये चांद क्यों चमक रहा इसे भी छुपा दो। आंखों में अभी भी चुभ रही है कुछ रौशनी। दो चार पर्दे और तुम खिड़कियों पर लगा दो। ©ShriKant KumaR andhera #poetess #poerty #writeraofindia #writercommunity #shayrikakhajana #sad😔 #nojohindi #Hopeless #rayofhope