क़िस्से ज़िंदगी के ....... ये हमारी ज़िंदगी भी ना कितने क़िस्सों से भरी हुई होती है हम ध्यान नहीं देते लेकिन हम ख़ुद भी न जाने कितने छोटे-बड़े क़िस्सों का हिस्सा होते हैं। और हमारी ज़िंदगी में एक साथ न जाने कितने क़िस्से चल रहे होते हैं जिनसे कभी कभी हम ख़ुद भी अंजान होते हैं और मुस्तक़बिल में जाकर हम उन से वाक़िफ़ होते हैं। कुछ क़िस्से ख़ुशी देते हैं,तो कुछ इंसान को रुला ही देते हैं और कुछ क़िस्से इंसान को हमेशा ग़म-ज़दा ही रखते हैं कुछ क़िस्से मंज़िल पर पहुॅंच कर ख़त्म हो जाते हैं, तो कुछ अधूरे ही रह जाते हैं। कुछ क़िस्सों की कोई मंज़िल नहीं होती फ़िर भी हमारे साथ चलते हैं, तो कुछ हमेशा मंज़िल पर पहुॅंचने की आस में रहते हैं और हमारे भी दिल में इक आस,इक उम्मीद हमेशा जगाएं रखते हैं। कुछ ज़िंदगी का हिस्सा बन जाते हैं तो कुछ बस इक याद बन कर यादों में समा जाते हैं। हमारी ज़िंदगी की किताब को ये क़िस्से ही तो भर देते हैं। इन तमाम अनगिनत क़िस्सों से भरी हमारी इस ज़िंदगी की किताब को हम ख़ुद भी कहाॅं पूरा पढ़ पाते हैं?? क्यूॅंकि अपनी ही मौत के क़िस्से से हम ख़ुद भी तो हमेशा अंजान ही रहते हैं। ©Sh@kila Niy@z #basekkhayaal #basyunhi #Zindagi #Kitaab_E_Zindagi #Qisse_Zindagi_ke #nojotohindi #Quotes #22October