प्यार के इस पथ पे, बैठ चाहत के रथ पे ऐ दिल-ए बेकरार उड़कर पहुँच उसकी छत पे उसको थोड़ा निकट करना इजहार-ए-दिल प्रकट करना कह देना सब-कुछ जो है दिल में बाकी तुम कब से प्यासे वही तुम्हारी साकी प्यार का प्यारा सा अफसाना कर लो मत आओ होश में ये पैमाना भर लो नशा ये प्यार का रहने दो तारी सोचकर देखो ज़रा कितनी हसीन है ये ख़ुमारी..... Collab with gurudev RKap For easy reading प्यार के इस पथ पे, बैठ चाहत के रथ पे ऐ दिल-ए बेकरार उड़कर पहुँच उसकी छत पे उसको थोड़ा निकट करना इजहार-ए-दिल प्रकट करना