इल्म था पहले से ये हिज्र-रुत भी आएगी न सोचा था पर कि इस हद तक सताएगी यादों ने उसकी कैद कर लिया है ख्वाबों को मेरे वाकिफ न था मैं कि ये ऐसे बेहिसाब रुलाएगी #PoetInMe #ShayarInMe #KaviBhitar #IlmMeansAwareOf #HijrRutMeansSeasonOfSeparation #WaqifMeansAwareOf #YaadeinUski #SheIsLove