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ग़ज़ल ----- आज फिर से हक़ीक़त नज़र आ गयी तुमसे पहले


ग़ज़ल
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आज  फिर से  हक़ीक़त नज़र आ गयी
तुमसे  पहले  तुम्हारी  ख़बर   आ  गयी

आज  फिर  इश्क़  रोया  बहुत   टूटकर
चश्म  से जिस्म  पर  इक नहर आ गयी

उसको खोने का  मुझको सबर आ गया
वो मगर  आज फिर बे - सबर आ गयी

क्या करूँ दिल को रोका सम्भाला बहुत
याद  उसकी  पहर - दोपहर  आ  गयी

उसकी  'सुल्तान'  ये   दिल्लगी  देखिये
बनके  मेरी  ग़ज़ल  में  बहर  आ  गयी

©Sultan Mohit Bajpai
  ग़ज़ल
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आज  फिर से  हक़ीक़त नज़र आ गयी
तुमसे  पहले  तुम्हारी  ख़बर   आ  गयी

आज  फिर  इश्क़  रोया  बहुत   टूटकर
चश्म  से जिस्म  पर  इक नहर आ गयी

ग़ज़ल ----- आज फिर से हक़ीक़त नज़र आ गयी तुमसे पहले तुम्हारी ख़बर आ गयी आज फिर इश्क़ रोया बहुत टूटकर चश्म से जिस्म पर इक नहर आ गयी #Alive #Hindi #SAD #poem #शायरी #nojotoLove #nojotonews #sultan_mohit_bajpai

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