जाने जिगर ओ हेलो रिमझिम रिमझिम से क्यों बरस रहे हो बरसना हीं है तो थोड़ा खुलकर थोड़ा जम के बरसो मैं देखूं तो सही तेरी बरसात में दम है या मेरे नैनों के झरोखों में दम है बरस ए बारिश तू जोर से बरस ✍✍❤ ©savi soni teri yaad ki vo pehli barish