मार दो yq एक ही वार में बार बार मरने में अब कुछ मजा भी ना रहा सजा दिया हैं मेरी कब्र को तुमनें दो साल से yq मौत का खेल खेल रहा चाहिए तुम्हें कितनी दौलत बाता दो जरा तुम कहो तो मैं अपनी दोनों किडनिया निकालकर हँसते हँसते कर दूँ तुमको दान तुम ज्ञानी हो तुम अमीर तुम ही हो महान मैं मूरख ग़रीब अज्ञानी "दीप बांवरा" हैं ईश्वर,प्रभु, येशु, ख़ुदा, मेरे मौला लौटा दो मेरी ख़ून पसीने से लिखी लिखावट कृपा करों रहम करों भीख दो परवरदिगार जिसने बक्शी हैं तुम्हारे हाथों में ये बादशाही उस शैतापर पर थूंकता हूँ लालता हैं सौ सौ बार तुम ही ख़ुदा हो मेरे फरिश्तों मेरे तुम ही पालनहार लौटा दो मेरे अल्फ़ाज़ो को सब्र नहीं होता अब और नहीं वक़्त मुझे मिला हैं मौत का पैगाम मैं नाम तुम्हारे गिनवाऊ क़बतक तुम ख़ुदा हो मेरे तुम संहारक तुम क़ातिल तुम ही हो कलयुग के नर भक्षक पिशाच राक्षस तुम मुंसिफ़ तुम करों मेरा न्याय मुझे मार दो प्रभु या मैं मर जाऊ आपके अत्याचार सहकर बूझ जायेगा "दीप" प्राणों को त्याग बड़ी कृपा होगी कृपा होगी प्रभु लौटा दो मेरे लिखें काग़ज़ मेरे जीवन की कमाई मेरा धन मेरी दौलत मेरे जीवन का अनमोल उपहार..। ©Deep Bawara yq मुर्दाबाद #yqdidi #yqbaba #restzone #कोराकाग़ज़ #aestheticthoughts #आत्महत्या_या_हत्या #nojotoapp #Nojoto