हो बीच में कोई भी दीवार ढहना ज़रूरी है। सिर्फ़ चाहने से नहीं होता कहना ज़रूरी है।। कि तुम्हें सोचने के अलावा रखा ही क्या है। ख़यालों में ही सही ज़िंदा रहना ज़रूरी है।। सुनो कोई झील नहीं इक हसीं नदी हो तुम। हाथ थामों तो मेरा तुम्हारा बहना ज़रूरी है।। ©Shivank Shyamal #tereliye #shivanksrivastavashyamal #shivankshyamalquotes #shayari #ghazal #poetry #Hindi #romance #mohabbat #Love