एक तू है, एक चाँद है बीच में हम एक डोर हैं... हमारा एक छोर तेरी, तो दूसरा चाँद की ओर है... तुम दोनों एक ही वक़्त में खींचते जब हमें अपनी ओर थे, तो तुम दोनों कहते हुए लगाते हमने अपना जोर थे, कि- तुम आते क्यों नहीं सिर्फ मेरी ओर हो? हम अपना हाले-दिल तुम दोनों को समझा नहीं पाते थे? तुम दोनों की रस्सा-कस्सी में हम घिस जाते थे! फिर हमने तुम दोनों को आपस में मिलाया, और अपना दूसरे छोर से दोनों को मिलाया! तब तुम दोनों ही हमारा दिले-हाल समझ गये! और हमारे दोनों छोर तुम दोनों के साथ आपस में मिल गये! तब से हम तीनों थ्री इन वन बनकर गोल-गोल घूमकर चैन से छुट्टी(जीवन) का मजा लेने लगे! और छुट्टी की राह में आगे छुट्टी के साथ-2 आगे बढ़ने लगे! धन्यवाद @बधाई हो छुट्टी की प्यारी मुक्की👊😇की🙏 #Chand #BadhaiHoChuttiKi एक तू है, एक चाँद है, बीच में हम एक डोर हैं... हमारा एक छोर तेरी, तो दूसरा चाँद की ओर है... तुम दोनों एक ही वक़्त में खींचते जब हमें अपनी ओर थे, तो तुम दोनों कहते हुए लगाते हमने अपना जोर थे, कि- तुम आते क्यों नहीं सिर्फ मेरी ओर हो? हम अपना हाले-दिल तुम दोनों को समझा नहीं पाते थे?