शांति का महत्व हम सभी जीवन में शांति की कामना करते हैं दिन रात हम ईश्वर से यही प्रार्थना करते हैं कि आप शांति हमेशा कोसों दूर है फिर भी अशांति बिना बुलाए मेहमान की तरह हमारे जीवन में प्रवेश कर देती है दिन भर अपने दैनिक कार्य से गाड़ियों की अनियंत्रित अब आजादी से मन चिंचिल्लास हो जाता है मन जब चिड़चिड़ा हो जाता है तो किसी काम में नहीं रहता काम में मन नहीं लगने से निराशा का भाव पैदा होता है यही निराशा क्रोध को आमंत्रित करती है क्रोधी अशांति को जन्म देता है यही अशांति हमारे लिए स्वार्था प्रतिकूल मानी गई है इससे व्यक्तित्व में अस्थिरता का भाव बढ़ता है इसके विषय होते व्यक्ति पर या गलत निर्णय लेकर अपना आहे तर कर बैठते हैं जब हमारे जीवन में चाहू और शासन टी अपना वर्चस्व स्थापित कर लेती है तब हम शांति की मेहता को समझकर उसकी खोज में निकलते हैं वैसे तो शांति की प्राप्ति के लिए कोई स्रोत बताए जाते हैं जैसे प्राकृतिक के साथ एकाकार होना अच्छी किताबें पढ़ना और पसंद इस गीत संगीत सुनना आदि इत्यादि यह सभी माध्यम है शांति का वास्तविक सोता हमारे भीतर ही है अपने मन को शांत करना ही अतिरिक्त शांति का सूत्र है असल में यह यह सभी उत्प्रेरक तो हमारे अंतस्थ को संतुलन प्रदान करने में सहायक मात्र बनते हैं शांति हमारे जीवन में इसलिए भी आवश्यक है क्योंकि शांत वातावरण में ही मनुष्य के रचनात्मक व्यक्तित्व का विकास होता है शांति ही सकारात्मक की वृद्धि करती है शांति में ही प्रगति ना केवल निहित होती है आपूर्ति उसे समृद्ध की पहली सीढ़ी भी मानी जाती है व्यक्तित्व का स्वर्ग में रहने की विकास शांति है धरातल पर ही संभव है इसलिए हमें यथासंभव शांति के समाधान में रहने का प्रयास करना चाहिए हमारी संस्कृति में तो पृथ्वी से लेकर समस्त अंतरिक्ष तक शांति के लिए प्रार्थना की गई है हमें उसी संस्कृति को समृद्ध करना चाहिए ©Ek villain #santi #findsomeone