व्यथा सुनाने बैठेंगे तो शब्द टूट स्वयं बिखर जायेंगे, व्यर्थ ही हो भावना तुम खातिर भले ही मेरी,मेरी लिखी कविता मगर किसी के हाल -ए- दिल की दास्तां है...!! #वयथा #वयक्त #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with Priti Sinha Collaborating with # स्वीकार