नेह शब्दों में वर्णन करेगी नेह आज, कैसे बाप देता है बेटी को विदाई अनुशीर्षक👇👇👇👇— % & 🌹🌹🌹🌹🌹🌹विदाई🌹🌹🌹🌹🌹🌹 बेटियों से होता है स्नेह, अपनत्व, फ़िर भी बेटियाँ क्यों होती है पराई। नेह शब्दों में वर्णन करेगी नेह आज, कैसे बाप देता है बेटी को विदाई।। नव महीने कोख में रखती है माँ, एक पिता स्वप्निल आस सजोता है। माता निज देह का टुकड़ा देती, तो पिता अपने अंश का बीज बोता है। आगे की भी कथा पढ़ो, नयनों में अश्रु आ जाए, है ये इतना दुखदाई।