Nojoto: Largest Storytelling Platform

मै चाहकर भी कुछ ना कर पाया, एक दुख मेरे मां बाप

मै चाहकर भी कुछ ना कर पाया,
एक दुख 
 मेरे मां बाप को जीते जी मार आया,
एक दुख ये डिग्री भी  थी पडी पास मेरे 
एक दुख ये जरूरत पर ,
 बेरोज़गारी थी हाथ मे पडी मेरे,
एक एक करके,
 ना जाने कितने ही , एकाक दुख हुए खडे,
 एक दुख ये ,साथ ना चला उस वक्त  कोई मेरे,
, रिशतो मे भी अनवन हुई , अपनो से भी तूतू मैमै हुई,
ईशवर भी कहीं नजर ना आया,हमारी जब दयनीय दशा  हुई,

©❤SG❤
  दशा
priyasharma9677

SG

Silver Star
New Creator

दशा #शायरी

197 Views