जबसे तुझको देखा मेरे चेहरे पर नूर-ए-नगीना छा गया, ऐ मेरे दिलबर तेरे आ जाने से मुझे अब जीना आ गया। तुझमें ही है देखा ख़ुदा; तुझसे ही है मेरे दिल का राबता, जाने कैसे क़िस्मत लिखने का ख़ुदा को क़रीना आ गया। तेरी मौजूदगी से ही मिल जाता है मुझे कुछ ऐसा सुकून , जैसे तृष्णा की चाह में दीन की राह में गंजीना आ गया। Sublime Inscriptions brings you Weekly challenge 🖤 WCSI005 🖤 #SI_जीनाआगयामुझे(Learnt_to_live) #sublimeinscriptions #siweeklychallenge #collabwithsublimeinscriptions #yqbaba #yqdidi