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थमने लगे हैं बरखा बादल, मौसम ने ली अंगड़ाई है.....

थमने लगे हैं बरखा बादल,
मौसम ने ली अंगड़ाई है.......
छटा धुप की खिलने लगी अब,
घरा पर छाई हरियाली है....
पौधों पर मुस्कान है छाई,
फुलों पर रंगत आई है......
पंक्षी अब कलरव करती,
लहरों में मस्ती छाई है......

सुप्रभात मित्रों 🙏

"मधुबाला शांडिल्य"
गोड्डा, झारखंड

©madhuwala Shandilya909
  #morning wishes

#Morning wishes #Poetry

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