उ से देखा नहीं कभी मैंने बस बातों से इश्क है यू बातें भी नहीं होती हमारी रोजाना उस खामोशी में इश्क है यूं तो मुलाकात नहीं हुई आमने-सामने उसकी सीरत से इश्क है शायद मुकम्मल ना हो इश्क हमारा हमें तो इस ख्वाब से इश्क है.. ..... #isq hai