एक नया इतिहास लिखने के लिए फल फूल रहा है हमारा समाज, गाँव की सोंधी मिट्टी में घुलती राजनीति की हवा खेतों में उगते कंक्रीट के जंगल, आधुनिकता के बाजार में भेंट चढ़ती, हमारी धरोहर, संस्कृति, परम्परा और संस्कार.....। घर से बाहर निकलते ही जवान बेटी को खो देने का खौफ लिए जीते माँ- बाप गरीबी, शिक्षा, चिकित्सा के अभाव में भटकते लोग, काम की तलाश में ठोकर खाते बेरोजगार "जहर" के डर से जेब तलासते, बूढ़े माँ - बाप होकर लाचार. ..। हर शाम! गयी उम्मीद लिए घर लौटते लोग महत्वाकांक्षा के सैलाब में बहते लोग नफ़ा नुकसान के भंवर में फंसता.. इलैक्ट्रॉनिक उपकरणों के बीच कुचलता अपनों का प्यार....।। हो रहा है! बहुत तेज़ी से लोगों का विकास।। © Dinesh Kumar Pathak एक नया इतिहास लिखने के लिए फल फूल रहा है हमारा समाज, गाँव की सोंधी मिट्टी में घुलती राजनीति की हवा खेतों में उगते कंक्रीट के जंगल, आधुनिकता के बाजार में भेंट चढ़ती, हमारी धरोहर, संस्कृति, परम्परा