वो मेरे दिल से अब निकल गया. गिरने से पहले ही संभल गया. जिस चेहरे पर चेहरा रखा मैंने. वो चेहरा भी देखो बदल गया. अश्क़ बहे क्यूं पत्थर से भला. पत्थर भी आज जैसे पिघल गया. आईना टूटकर भी आईना है. शक़्ल थी मेरी जिसमें कुचल गया सभी का तो होता नहीं मोहब्बत. सोच कर बस ये दिल बहल गया. #NojotoQuote तरन्नुम में सुनाऊंगा जब भी सुनाऊंगा.