इस बारिश का क्या कुछ वक्त का मेहमान हैं उन आंखों का क्या जो कब से बरस रही मेरी जान हैं मौसम आते जाते रहेंगे तुम्हें क्या मालूम मुझे छोड़कर जो गई है इस हाल में वह मेरी जान है हम ऐसे ही मौसमों का इन्तजार करते रहते है वह लौटकर आयेगी जानते हो क्यूंकि वह मेरी जान है दिल्लगी के मौसम का नजारा देखना तुम आयेगी और मुझे गले लगायेंगी वहीं तो मेरी जान है जैसे जैसे नजदीक आ रही है धड़कने तेज हो रही हमें इन्तजार का मीठा स्वाद देगी वहीं तो मेरी जान है #shayri #nojoto #urdu #hindi #barish #mausam #bars #chonkar #meri #jaan #writer #nojotourdu #nojotolove #nojotocomedy #urdupoetry #rekhta #zindagi #Arif #Tanha