चेहरे से कहां किसी के दिल का राज खुलता है, हर शक्स आजकल अपनी अलग पहचान लिए मिलता है .... दिल में दर्द ,चेहरे पर मुस्कान लिए मिलता है ....... खुशिओं की बस्ती में ढूंढते हैं ज़िनका घर , गमों की बस्ती में अक्सर उनका मकान मिलता है ....... हर शक्स अपनी अलग पहचान लिए मिलता है Pehchan