।। भावांश ।। हे रंग दिवाने भरने वाले, हे सुख के सागर लाने वाले। "योगी"स्वत: का आंगन सुना है, हे स्व परार्थ को जीने वाले ।। योगेश कुमार मिश्र"योगी" ©Yogesh Kumar Mishra"yogi #योगेश_कुमार_मिश्र_योगी #हिंदी_साहित्य #हिन्दीकविता #काव्य #भावांश #युवा_साहित्यकार #हिन्दी_साहित्यकार #स्व_भाषा