नही चाहीये मुझे कोई महल जहाँ आशु कि समुद्र मे डुब न परे आपनी इच्छा आकांक्षा स्वतंत्र गुमानी परे झोपड़ी क्यो न हो चाहिए मुझे एक माहोल जहाँ अपनी मर्जी से मुस्कुरा सकू एक खुशहाली संसार मे जीना सकू ©Sabina SMTR97 #PreferHappy#MoreThanRich#