हर वक्त डांटते ही रहते हो बच्चों को, कभी प्यार से बात भी कर लिया करो लड़की सयानी हो रही है तुम्हें तो कुछ दिखाई ही नहीं देता लड़का हाथ से निकला जा रहा है तुम्हें तो कोई फिक्र ही नहीं है पड़ोसियों के झगड़े, मुहल्ले की बातें शिकवे शिकायतें दुनिया भर की सबको पानी के घूंट के साथ गले के नीचे उतार लेता है जिसने एक बार हलाहल पान किया वो सदियों नीलकंठ बन पूजा गया यहाँ रोज़ थोड़ा थोड़ा विष पीना पड़ता है जिंदा रहने की चाह में, फिर लेटते ही बिस्तर पर, मर जाता है एक रात के लिए पार्ट3 45 year old