#OpenPoetry लिखो तो बे हिसाब लिखो गीत नही तुम जीत लिखो बलात्कारियो का बुरा हाल लिखो दरिंदो का वो हाल लिखो सोचकर काँपता हर अत्याचारी लिखो चारों और फैले है घुस खोर घूसखोरो से मुक्त सरकार लिखो लिखना ही है तो आतंकियों के तलवे चाटने वालो से मुक्त संविधान लिखो #मीनू @_meenu1 #लिखो... ✍️