चलते-फिरते चल देना, आत्मज्ञान पर बल देना, मन की चालाकी से बचना, मुँह पर कालिख मल देना, डरना नहीं परीक्षा से तुम, सूझ-बूझ से हल देना, तैयारी रखना अपनी तुम, प्रभु के हाथ है फल देना, त्यागो लालच लोभ कपट, मन को संतोष महल देना, हो विकल्प सुख शांति का, तब अन्तर्दृष्टि बदल देना, चिंतन कर चैतन्य प्रेम का, घट निर्वाण अटल देना, 'गुंजन' मन का मैल मिटाए, नाम का साबुन मल देना, -शशि भूषण मिश्र 'गुंजन' ©Shashi Bhushan Mishra #सूझ-बूझ से हल देना#