अजीब-सी हैं दुनिया,और इस दुनिया के लोग,लोगों को अब पहचानने लगी हूँ। पैसों से अमीर और दिल के गरीब, इंसानियत भूल चुके, जज्बात खो चुके, कितने मतलबी हो गए आज के लोग। हमारे अपनेपन का मजाक बनाते,हमारे विश्वास,भावनाओं और उम्मीदों को तोड़ने का काम करते कितने मतलबी हो गए आज के लोग। लड़कियों के कपड़ों से और उसकी आधुनिक सोच से उसके चरित्र पर सवाल करते, आज समझा की कितनी घटिया सोच के हो गए लोग। इंसानियत जैसे मर-सी गई आज केवल पैसा, शौहरत, कामियाबी का ही बोलबाला है,अपनों की कदर नहीं और ना हीं रिश्तों को निभाने की परवाह कितने बेपरवाह हो गए आज लोग। अजीब हैं आज की दुनिया और अजीब हैं यहाँ के लोग, केवल अपनेपन का ढो़ग करते,सामने कुछ ओर पीछे कुछ ओर बोलते आज जाना और समझा कि कितने अजीब हो गए हैं लोग..... ✒️ Meri Innocent Si Diary(Rainy) #ajeeb_si_duniya_aur_esme_rehte_ajeeb_se_log