साईं तेरे दर पर आई हूं आज सिकायत नहीं सिकवा नहीं गीला नहीं तेरे शुक्रिया अदा करने आई हूं मेरे ना बोलने से पहले भी तुम सुने हो और मैं जिद में अड़े रहती हूं तुम मुझे संभाले हो जब मैं बिखरी हुई थी तब समेटे हो और मैं मेरे बात मनवाने में रहती हूं मुझसे ज्यादा जो मेरे बारे में सोचते हो आज मैं तेरे दिल में उतरने आई हूं Picture credit:-Google #yqbaba#yqquotes#yqdidi#omsai#yqhindi#bhajan