कर कागज़ को शीशे में लबदील, मैं इस जहाँ को तस्वीर लिखता हूँ, ना कर नज़र अंदाज़ मेरी कलम की ताकत, मैं तो शहंशाह को भी फ़कीर लिखता हूँ, क्या औकात इन लकीरों की, ये किस्मत भी मेरी गुलाम है, मेरे खून को सियाहीं कर, मैं खुद अपनी तकदीर लिखता हूँ, खुद अपनी तकदीर लिखता हूँ..... @-#veer ©Rx Veer Singh #difficulties #foryou #nojoto #veer #passion #supportplz Madhu Chauhan✍️ VIMAL injoying Geeta Modi Love AmitSinghRajput ASR