{मरने के लिए आया हूं} रेज़ा रेज़ा सा बिखरने के लिए आया हूं! फ़िर तेरे शहर में मरने के लिए आया हूं! जिसको तू छोड़ गया था तड़पने के लिए, आज तेरे हाथ से मरने के लिए आया हूं! मैं तो बिगडा हूं तेरी झलक देखकर ऐ दोस्त , आज मैं फिर से संवरने के लिए आया हूं! होके मैं दूर तुझसे बहुत जी चुका हूँ यार, अब मैं फ़िर से तड़पने के लिए आया हूं! अँधेरा कब तक रहेगा जिंदगी में तेरी ऐ दोस्त , मैं तो तारा हूँ चमकने के लिए आया हूँ! अब तो "परवेज़" तुझे प्यार भी बद्दुआ सा लगे, आखरी वक़्त है अब तो मैं मरने के के लिए आया हूं! ©Written By PammiG #Marneके_लिए_आया_हूं #shayri