अंजान भी अपने बन जाते हैं। जिनसे कभी मिले नहीं, उनसे भी कुछ इस तरह बात हों जाते हैं। " और फिर " ये सफ़र कुछ इस तरह याद बनकर रह जाते हैं। ©Writer Gkj #Train journey...