ये दूरियाँ, ये दूरियां ,इन राहों की दूरिया, इन हवाओं में भी दूरियां इन घटायो में भी दूरियां खामोशी सी जो दूरियां , काश ऐसा भी होता कि ,युन्ही इन दूरियों से इक तनहाई सी पलटी रहे हम खामोशी से बैठे रहे और, वो हमारे दर्द में पलते रहे ना रहे वो पास आने की साजिश, न ही दिखावे की कोई जगह रहे बस यहीं ये दूरियां पनपती रहीं और हम बेखबर रहें। #yeduriyan