परछाई,,,,सत्य है क्योकि आईना केवल प्रतिबिम्ब दिखा सकता है लेकिन छाया स्वंय में बिम्ब है,,छाया ईश्वरिय है,आईना मानवीय जिसकी सत्यता का कोई आधार नही होता,,,omj परछाई सत्य है क्योकि वह कुदरती है , लेकिन आईऩा मानवीय कृति है,,,आईना केवल वही दिखा सकती है जो सच्चाई या वास्तव मे है,,बिंब का प्रति बिंब आईना दिखाता है लेकिन छाया स्वंय मेय मे बिम्ब है जो सदा सत्य होता है,,, ओम भक्त मोहन बनाम कलम मेवाड की कृत,,9549518477