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वो जब कभी बनारस के घाट पर मद्धम मद्धम बारिस हो रही

वो जब कभी
बनारस के घाट पर
मद्धम मद्धम बारिस हो रही हो..

तुम्हारें दोनों हाथ
मेरे दाएं हाथ की बाजू को पकड़े हो..।

तुम्हारा सर
मेरे कंधे पर हो और
तुम्हारें कंगन की आवाज
मानो पंछियों का कलरव हो...।

और तब
तुम्हारे साथ
उन घाटो पर बैठकर
बहती हुई गंगा को निहारते रहने का मन है मेरा..।
                                   ❣️

©Priyansh Sharma
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वो जब कभी
बनारस के घाट पर
मद्धम मद्धम बारिस हो रही हो..

तुम्हारें दोनों हाथ
मेरे दाएं हाथ की बाजू को पकड़े हो..।

_______________________________________ वो जब कभी बनारस के घाट पर मद्धम मद्धम बारिस हो रही हो.. तुम्हारें दोनों हाथ मेरे दाएं हाथ की बाजू को पकड़े हो..। #Love #ishq #nojotohindi #mohabbat #nojotoLove #nojotoishq

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