ज्यादतियां....... लो मै फिर से आ गई है ज्यादतियों के हुकूक चलाने के लिएll बलात्कारियों का सहारा बनने और उन्हें इंसाफ दिलाने के लिए ll मेरे उत्तर परदेश ने बड़ा ही ना कमाया है मै आई हूं बही पर नाम इसी का पाने के लिए ।। फ़रवरी का वाकया सुनो तुम सब बड़ा मजेदार किस्सा है ये तो अब आम है और ज़िन्दगी का बड़ा हिस्सा है ।। चार महीने की जान बिस्तर पर सोई थी ना जाने नादानी के कोन से किस्से मै खोई थी अचानक तीस बरस का कुत्ता उस पर टूट पड़ा ।। यकीन मानो ये सुनकर मेरी धड़कन भी रोई थी ।। मगर मुकद्दर का केहर केहर एक तीन महीने की जान पर भी फुट पड़ा था ।। पचास साल का था वो वहशी जो एक गुलाब पर टूट पड़ा था ।। क्या हवस की इंतेहा इतनी थी ए अलवीरा ज़िन्दगी की मैने तो खुदा को अलविदा कह दिया जो मेरी, ज़िन्दगी का झूट बड़ा था।। ए मर्द जात तेरी वजह से सारी जात बदनाम हो गई बड़ो से लेकर पैदा हुई बच्ची तक आ गए तुम हवस का कफ़न लिए तुम्हारे आगे तो खुदा की हस्ती बेनाम हो गई तुम्हे अज़र मिलेगा जिस दिन कोई तुम्हे सुकून ना देगा सबकी यही बद्दुआ मेरी जबां से आम हो गई ।। लो जी मै फिर से आ गई ज्यादतियों पर हुकूक चलाने के लिए बलात्कारियों का सहारा बनने और उन्हें इंसाफ दिलाने के लिए ।। ©Alveera Zindagi___ #faraway #zindagiejahan #SAD #Love #Rape #Stoprape