ईश्वर का है नित्य वंदनीय दैवीय स्वरुप ममता के आंचल का वो सुकूँ भरा साया, कभी दुर्गा, लक्ष्मी, सरस्वती, माँ अन्नपूर्णा कभी जीवन की कड़ी धूप में शीतल छाया, साए में जिसके ईश्वर के अस्तित्व का आभास महिमा माँ की इस लोक में कोई समझ ना पाया। ©Sonal Panwar माँ 🥰🧿❤ #maa प्रेरणादायी कविता हिंदी कविताएं