मैकशी है तेरी आँखों में। इस मैकशी मे आज जरा बेहक जाऊं।। जो मदहोशी है तेरी आँखों मे। सोचताहूँ इस मदहोशी का ज़ायका जरा चक आऊं।। इश्क-ए-दरिया जो छुपा है तेरी आँखों में। सोचताहूँ आज आशिक़ी में ग़ोता लागही आऊं।। #आँखे #मैकशी#मदहोशी #आशिकी #दरिया #प्रेम #love #नशा #nojotohindi#हिंदी#उर्दू #शायरी #शायरिहिन्दी #कविशाला Lakshmi singh Dr.Tasleem बरेलवी