ऐ ख़ुशी तू कहां तक रूठ कर जाएगी, थोड़ा वक्त दे मुझे, तू अपने आप को मेरे हसीन होठों पर जल्द पाएगी। रूठी हुई ख़ुशी जल्द वापिस आयेगी।