उसका चेहरे पर शफ़ा शाद है चाँदनी के नूर सी उसकी आँखों में कई चाँद मुस्कुराते हैं गालों पर उसके उर्स सजा करते है होंठो पर उसके खुल्द उतर आते हैं उसके गेसुओं का रंग है रात से गहरा जिन पर धूप का कोई काफ़िला आ कर के है ठहरा उसकी बालियों से रंज करता है आफताब वो माथे पर उतरने दे तो बन जाए माहताब वो मोनालिसा तो नहीं मगर जो उसे देख ले बस देखता रह जाए बस देखता रह जाए #vo_monalisa_to_nahin #वो_मोनालीसा_तो_नहीं #kavishala #hindinama #tassavuf #skand