बड़ी अजीब बात है लगता है जैसे मुशिकल के सर पर थोड़ा सा भी गुरूर सवार नहीं होता आजाती है बिन बुलाए और वापिस जाने का भी कोई आसार नहीं होता है गलती से भी याद क्या किया कि अगले पल ही तैयार मिलती हैं जब भी देखो तो इनकी नज़रें तुम्हारे लिए बेकार ही मिलती है इतना तो किसी प्रेमिका को भी अपने प्रेमी के लिए प्यार नहीं होता है