हुकूमत पे न जाया कर खुद का घर बसाना है किसी का ऐतबा़र मत करना बड़ा श़ातिर ज़माना है तुम्हारे ख़्वाब भी तुमसे अभी भी छीन बैठेगा बदलता दौर है साहब नया रौशन ज़माना है।। - अशांजल यादव हुकूमत पे न जाया कर खुद का घर बसाना है किसी का ऐतबा़र मत करना बड़ा श़ातिर ज़माना है तुम्हारे ख़्वाब भी तुमसे अभी भी छीन बैठेगा बदलता दौर है साहब नया रौशन ज़माना है।। - #अशांजल_यादव