आज यहाँ हर इंसां घुट- घुट कर जीता है। आँखों में है नमीं मगर लब चुप रहता है। खोद - खोद ना पूछ नहीं तो फट जाएगा, ज्वालामुखी यहाँ सबके दिल में पलता है। …… सतीश मापतपुरी ©Satish Mapatpuri ज्वालामुखी #AdhureVakya