आरंभ है प्रचंड तो परिपक्वता का रूप दिखाएगी, पीड़ा सहे ,चुप-चाप रह वो ममता ही लुटाएगी। नारी शक्ति है, सम्मान है, नारी गौरव है, अभिमान है, नारी ने रचा यह विधान है, मत करना इनका अपमान , इनकी सहनशीलता का दम समस्त जग भरता है, मर्द जन्म लेकर,कोख से, ममता की गोद में पलता हैं। सर्वमंगला का स्वरूप , विश्वास का है प्रतिरूप, नव-जीवन का आरंभ,काली-रुपेण विनाश स्वरूप। #tpc28 #theprompter #tp30c30f